shiv chalisa in hindi No Further a Mystery
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब